9 Apr 2021

TOP Pik से क्यो बेहतर TOP.P

                                                      TOP Pik से बेहतर  TOP.P

दोस्तो अक्सर मुझसे लोग कहते थे की सब तो TOP PIK देते है पर आप TOP.P क्यो देते है दोनो तो एक ही है फिर सिर्फ TOP PIK को TOP.P के नाम से देने से वो नया या खास तो नही ही होगा ना  
तो दोस्तो आज में अपने इस ब्लॉग के माध्यम से आप लोगो को बता रहा हूँ की मेरा TOP .P TOP PIk से क्या अलग है या भिन्न है  
जिसके कारण मैं अपने TOP . P को दूसरे के TOP PIK से बेहतर कहता हूँ वैसे जो दोस्त मेरे सभी ब्लॉगों को पढ़ते होंगे उन लोगो को तो ये पता चल ही गया होगा की आखिर कैसे TOP PIK से बेहतर TOP.P पर अब भी जिन्हें नही पता चला है उन सबको बताये दे रहा हूँ
1)दोस्तो कोई भी रिसर्चर या ब्रोकरीग हाऊस जब किसी शेयर को TOP PIK कहते हैं तो रीकोमेनड में वो रीकोमेनड किये गये शेयर का तत्काल का या उसके आस पास का रेट होता है
जबकि इसके उलट TOP.P में जो शेयर के बारे में बोला जाता है वो उस शेयर के वर्तमान रेट से काफी नीचे होता है
2)दोस्तो जब भी कोई ब्रोकरीग हाऊस या रिसर्चर TOP PIK देते हैं तो वो अक्सर स्टॉप लॉस भी देते हैं जिसके नीचे जाने के बाद निवेशकों को उस शेयर को बेच के निकल जाना होता है  
अर्थात वो उस TOP PIK पर कितना भरोसा करते हैं आप लोग खुद समझ जाइये
जबकि इसके उलट TOP.P में कोई भी स्टॉप लॉस नही दिया जाता क्योकी मैं पूरी तरह आस्वस्थ रहता हूँ  
की TOP. P निवेशकों को फायदा देगा ही देगा
3)दोस्तो जब भी कोई ब्रोकरीग हाऊस या रिसर्चर TOP PIK दे ते है तो उनका अधिकतम लक्ष्य 40% से 50% तक ही होता है
जबकि इस के उलट मैं जो TOP.P देता हूँ उसका उच्चयतम स्तर तय करने का अधिकार निवेशकों को देता हूँ उन्हें खुद कितना फायदा मेरे उस TOP.P से चाहिये ये तय करना होता है
4)दोस्तो जब भी कोई ब्रोकरीग हाऊस या रिसर्चर कोई TOP.P देते हैं तो वो ये नही बताते की आपको उस शेयर में उस दर पर कितना % निवेश कड़ना है  
जिसके कारण अक्सर निवेश पूरा निवेश एक ही दर पर कर देते हैं और अक्सर शेयर उस दर से नीचे आती है जहाँ पुनः उस TOP PIK को BUY करने का पैसा निवेशकों के पास नही बचता जिसके कारण TOP PIK में अक्सर निवेश फंसे रह जाते हैं
जबकि इसके उलट TOP. P के शेयर को किस दर पर निवेश के कुल रकम का कितना % BUY कड़ना है जिसके कारण यदि निवेशकों के लिये दर से वो शेयर नीचे होता है  
तो उनकी बाइंग ताकत बनी रहती है और वो उस शेयर को पुनः BUY कर के औसत को नीचे लाकर बेहतर फायदा कमा पाते हैं और यदि वो शेयर और नीचे नही आता तो उन्हें फायदा कुछ कम होता है मैं मानता हूँ पर घाटा होने का तो कोई मौका नही रहता क्योकी मेरा मानना है इस मार्केट में अगर आप घाटा में नही है तो ये आप की बहुत बड़ी योग्यता है
5)दोस्तो जब भी कोई ब्रोकरीग हाऊस या रिसर्चर अपना TOP PIk बताते हैं तो वो एक समय भी बताते है और अक्सर देख गया है की जब TOP PIk का कोई बड़ा लक्ष्य दिया जाता है  
तो उस लक्ष्य की प्राप्ती की समय सीमा भी लम्बा ही होता है जिसे देख कर कई निवेश उस में निवेश करने से बचते हैं
जबकी इस के उलट TOP.P में दिये शेयर की कोई समय सीमा ही नही होती क्योकी शेयर या शेयर बाजार की गणना को हम समय  के हिसाब ने नही कर सकते  
अगर कोई ये कहता है की कोई शेयर इस समय तक इतना हो जायेगा तो या तो वो गलत तरीके से ट्रेड करेगा या आपको बेबकूफ बनायेगा आप लोग माने या ना पाने पर शेयर की कीमत को हम समय के बंधन में नही आंक सकते ये ही शच है
दोस्तो ये ब्लॉग काफी बड़ा होगा । अतः में TOP PIK से बेहतर TOP.P के इस ब्लॉग को दो भागों में बाँट रहा हूँ । इस के अगले भाग में आप पढेंगे । 
TOP PIK से बेहतर TOP. P मेरे कहने का बाकी शेष कारणों को ।
दोस्तो  कुछ और रोचक व ज्ञान वर्धक जानकारी बाली ब्लॉगों  का  मै नीचे LINK दे रहा हूँ  । एक बार इन ब्लॉगों को भी क्लिक कर पढ़े उम्मीद है आप लोगो को ये ब्लॉग पसन्द जरूर आयेगी   
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                                                                    : धन्यवाद :

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